Generation Of Computer In Hindi
इस लेख में आज हम कंप्यूटर के पीढ़ी (Generation Of Computer) के बारे में जानेगे जब कंप्यूटर का अविष्कार हुवा तब कंप्यूटर का आकार बोहत ही बढ़ा था आज के कंप्यूटर की तुलना में वह दस गुना बढ़ा था। उन कंप्यूटर को रखने के लिए एक बढे कमरे की आवश्यकता होती थी। वह कंप्यूटर की पहली पीढ़ी (First Generation Of Computer) में आते थे जैसे जैसे कंप्यूटर की दुनिया में अविष्कार होते गए वैसे वैसे कंप्यूटर(Computer) का आकार छोटा होता गया और वह स्मार्ट और तेज होने लगे। कंप्यूटर का आविष्कार चार्ल्स बैबेज (Charls Babbage) ने किया था उन्होंने मैकेनिकल कंप्यूटर(Mechanical Computer) बनाया था । आज कंप्यूटर की पांचवि पीढ़ी (Fifth Generation Of Computer) चल रही है। तो चलिए जानते है पहले से पांचवी पीढ़ी (1st to 5th Gneration Of History) का इतिहास और वर्ष।
* First Generation Of Computer 1940 - कंप्यूटर की पहली पीढ़ी
* Second Generation Of Computer 1956 - कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी
* Third Generation Of Computer In Hindi 1964 - कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी
* Fourth Generation Of Computer 1971 - कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी
* Fifth Generation Of Computer (Present And Beyond)- कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी - वर्तमान से भविष्य
कंप्यूटर की पहली पीढ़ी (First Generation Of Computer) की सुरुवात 1940से हुई थी इस पीढ़ी के कंप्यूटर आकार में बोहत ही बढे होते थे इनकी स्थापना करने के लिए एक बढे कमरे की आवश्यकता होती थी। ये चलने में स्लो और बढे खर्चीले थे आम आदमी इसके बारे सिर्फ सोच ही सकता था की इसे खरीदे। इसमें एक वैक्यूम ट्यूब (Vacuum Tube) का इस्माल करते थे उन वैकुम ट्यूब इस्तमाल डाटा स्टोर करने केलिए और जटिल गणितीय प्रश्न सॉल्व करने के लिए किया जाता था। इसी पीढ़ी में इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर (Electronic Computer) ENIAC का अविष्कार हुवा था इसका अविष्कार दो जीनियस जॉन विलियम मौचली (John William Mauchaly) और जे.प्रेसपर एकर्ट (J.Presper Eckert) ने किया था।
कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी (Second Generation Of Computer) की सुरवात 1956 से हुई इस पीढ़ी के कंप्यूटर पहली पीढ़ी के कंप्यूटर(Generation Of Computer) से तेज और कम ऊर्जा की खपत करते थे इस पीढ़ी में ट्रांजिस्टर (Transistor) का आविष्कार हुवा जो की वैकुम ट्यूब्स बेहतर थे इसका आविष्कार ब्रेटेन (Breten), विलियम शॉकले (William Shockly) और बर्डीन (Berdin) ने 1947 में किया था। इस पीढ़ी में प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और बाइनरी असेंबली भाषा का इस्तेमाल किया गया था। इनका उपयोग खास तौरपर परमाणु ऊर्जा के उद्योग में किया गया था।
कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी (Third Generation Of Computer) की सुरवात 1964 से हुई इस पीढ़ी में कंप्यूटर की दुनिया में बोहत ही बड़ा बदलाव आया पहली और दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (First and Second Generation Of Computer) की तुलना में तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (Third Generation Of Computer) बोहत ही एडवांस ,फ़ास्ट और कम ऊर्जा की खपत करने वाले थे। इस पीढ़ी में रजिस्टर,ट्रांजिस्टर,कैपेसिटर इनको एक चिप में रखकर एक चिप बनाई गई जिसे IC(Integrated Circuit) नाम दिया गया और IC का आविष्कार हुवा इसके वजहसे कंप्यूटर तेज और छोटे होगये इसका आविष्कार 1958 में जैक किल्बी ने किया था। इस जनरेशनमे कंप्यूटर तक आम आदमी की भी पोहच हो गई थी। इस पीढ़ी में पास्कल ,बेसिक,फोरट्रॉन भाषावो का उपयोग किया गया था।
कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी (Fourth Generation Of Computer) की सुरवात 1971 से हुई इस पीढ़ी को कंप्यूटर की सबसे बड़ी क्रांति के रूप में जाना जाता है इस पीढ़ी में कंप्यूटर हम आम आदमी भी चला रहे थे। इस पीढ़ी में माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor) का आविष्कार हुवा जो की अद्भुत था। इस माइक्रोप्रोसेसर ने कंप्यूटर की रफ्तार ,आकार और स्मार्टनेस में बड़ा ही बदलाव लाया। इस चिप के आविष्कार का श्रेय मर्सिअन इ हफ़ (Marcian E. Huff) को जाता है। अधिक से अधिक ट्रांजिस्टरों को मिला एक चिप में मिला के इसका आविष्कार किया गया था। इसे टेक्निकल भाषा में LSI (Large Scale Integration) के नाम से भी जाना जाता है। इस जनरेसन में और कहि डिवाइस का इस्तमाल किया गया था उदा.माउस ,जॉयस्टिक आदि आज माइक्रोप्रोसेसर इंटेल,एएमडी नाम की बड़ी कंपनी बनती है।
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कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी (Fifth Generation Of Compute) आज सुरु है इस पीढ़ी में आर्टिफिशल टेक्नोलॉजी पे काम करते है वे कंप्यूटर इतने स्मार्ट, फ़ास्ट,खुद से सोचने वाले होंगे जैसे की सोफिया नाम की रोबोट जो की खुद से सोच ती है बात करती है उसे दुबई की नागरिकता प्राप्त है। इसे तयार करने के लिए बड़ी हाई लेवल की भाषा वो का इस्तमाल हो रहा है। इस पर गूगल कंपनी ने काम सुरु करदिया है इस टेक्नोलॉजी का आविष्कार हुवा तो हमारी जिंदगी बोहत ही सरल हो जाएगी। इसके आने इंटरनेट (Internet) की समस्या जो बोहत ही जरूरी है वो खत्म हो जाएगी |